1. आइये स्वागत करें अपनी बहिन-बेटी के अविवाहित मातृत्व का.. 2. आइये स्वागत करें अपनी बहिन-बेटी के अविवाहित मातृत्व का.. 3. अविवाहित मातृत्व उसके लिए कुफ्र है।4. ऽ महाभारत काल में अविवाहित मातृत्व को उचित नहीं समझा जाता था। 5. देश में पिछले कुछ वर्षों में देह के सम्बन्धों को लेकर, अविवाहित मातृत्व को लेकर घटनाएँ सामने आतीं रहीं हैं। 6. इस दौरान दोनों की आपसी समझ के कारण कभी भी लड़की के सामने अविवाहित मातृत्व जैसी कोई समस्या भी नहीं आई। 7. सीरियलों में भी विवाहेतर संबंधों और अविवाहित मातृत्व को आधुनिक भारतीय परिवारों में सहज आचरण के रुप में दिखाया जाता है। 8. इसे परखने के लिए निम्नांकित बिन्दुओं का अवलोकन किया जाना चाहिए-ऽ महाभारत काल में अविवाहित मातृत्व को उचित नहीं समझा जाता था। 9. ब्लॉग पर भी जो महिलाएं अपने आपको बड़ा स्वतंत्र मानतीं हैं उनकी हालत अपनी बेटी के अविवाहित मातृत्व पर पतली हो जायेगी. 10. स्वच्छंदता, उद्दंडता, अनाचार, अंग प्रदर्शन, नशाखोरी अविवाहित मातृत्व और विवाह की संस्था का अवमूल्यन पश्चिमी जगत में समाज स्वीकृत आचरण बन गए।